हिरोशिमा दिवस द्वितीय विश्व युद्ध 1939- 1945 तक चला था, जो तैनात किया गया दुनिया का पहला परमाणु बम था, जिसमें 9000 पाउंड से अधिक यूरेनियम -235 लोड किया गया था और जिसे US B-29 bomber aircraft द्वारा 6 अगस्त 1945 को हिरोशिमा के जापानी शहर एनोला पर गिराया गया था। यह विस्फोट इतना विशाल था कि इससे शहर की लगभग 90% आबादी खत्म कर दी थी, जिसमे 70,000 लोगों की तत्काल मृत्यु हो गई थी और बाद में विकिरण के प्रभाव के कारण लगभग 10,000 लोगों की मृत्यु हो गई। चलिए जानते हैं Hiroshima Day in Hindi के बारे में।
हमारे इतिहास में, सैनिक युद्ध में लकड़ी के हथियारों जैसे तिरक मान , पार धनुष , के साथ युद्ध करते थे , कुछ शताब्दी के बाद, मानव बुद्धि ने अपने हथियार को उन्नयन (upgrade)किया, वे तलवार, हथौड़ा जैसे लोहे के हथियार का उपयोग करने लगे, 18 वीं शताब्दी के बाद वे युद्ध के लिए विस्फोटक सामग्री का उपयोग करने लगे ।
जापान के किस शहर में गिराया गया बम
विश्व युद्ध द्वितीय के दौरान अमेरिका ने जापान के शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया , तीन दिन बाद अमेरिका ने एकबार फिर जापान में नागासाकी शहर पर बम्ब गिरया । अमेरिका युद्ध में परमाणु बम का इस्तेमाल करने वाला एकमात्र देश है, 6 अगस्त, 1945 में पहला परमाणु बम गिराया गया ।
इसलिए जापान ने 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस के रूप में मनाया, यह दिन शांति के लिए समर्पित है, जिन्होंने विश्व युद्ध के दौरान अपना जीवन खो दिया और जिन्हो नै इस भयंकर स्थिति को झेला।
परमाणु बमबारी ने जापान के आत्मसमर्पण को लाकर द्वितीय विश्व युद्ध को प्रभावी रूप से समाप्त कर दिया। इस घटना के बाद जापान बहुत सख्त हालत में था जापानी लोगों ने दो परमाणु हथियारों को झेलने के बाद नारा दिया
परमाणु बम या परमाणु हथियार क्या है?
परमाणु बम भारी विस्फोटक शक्ति है जिसके परिणामस्वरूप ऊर्जा निकलती है जो छलकती (Spiliting)है या विखंडन(Fission Reaction) करती है। परमाणु हथियार पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक है । परमाणु हथियार एक विस्फोटक उपकरण है जो अपने विनाशकारी बल को परमाणु प्रतिक्रियाओं से, या तो विखंडन (Fission reaction) से और संलयन प्रतिक्रियाओं (Fusion reaction)के संयोजन से प्राप्त करता है। Hiroshima Day in Hindi में दोनों बम प्रकार अपेक्षाकृत कम मात्रा से बड़ी मात्रा में ऊर्जा छोड़ते हैं।
एक वैज्ञानिक ने अपना सिद्धांत दिया कि अगर विश्व में परमाणु युद्ध होता है तो पृथ्वी की जलवायु पूरी तरह से बदल जाये गए और यह जीवित चीजों (Living Creatures) के लिए बहुत हानिकारक है।
क्या हुआ था 6 अगस्त को ?
6 अगस्त 1945 को ही हिरोशिमा में सुबह 8.15 के समय अमेरिका के बी 29 बॉम्बर एनोला गे ने लिटिल बॉय नाम का परमाणु गिराया था जिसमें 20 हजार टन के टीएनटी से भी ज्यादा बल था । इस समय शहर के बहुत सारे लोग काम पर जा रहे थे और बच्चे भी स्कूल पहुंच चुके थे। एक अमेरिकी सर्वे के मुताबिक यह बम शहर के केंद्र के ही पास गिराया गया था जिससे 80 हजार लोग मारे गए थे और इतने ही घायल हुए थे।
तीन दिन बाद एक और बम
Hiroshima Day in Hindi के इस ब्लॉग में इसके तीन दिन बाद ही एक और परमाणु बम जिससे फैट मैन कहा जाता है नागासाकी के ऊपर सुबह 11 बजे गिराया जिसमें 40 हजार लोग मारे गए। सर्वे के मुताबिक नागासाकी में नुकसान बहुत कम हुआ क्योंकि यह बम एक घाटी में गिरा और उसी वजह से उसका असर ज्यादा नहीं फैला। इसका असर केवल 1.8 वर्ग मील तक ही हुआ।
परमाणु बम के बारे में रोचक तथ्य
1. हिरोशिमा में जो बम गिराया गया उसका नाम था “Little boy” और जो बम नागासाकी में गिराया गया उसका नाम था “Fat men”।
2. अमेरिका की प्रारंभिक हिट सूची में पांच जापानी शहर थे और नागासाकी उनमें से एक नहीं था
3. परमाणु हमलों से पहले, अमेरिकी वायु सेना ने जापान में पर्चे गिराए।
4. हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बमों ने 15,000 और 20,000 टन टीएनटी के बराबर ऊर्जा था।
5. 10,800 डिग्री फ़ारेनहाइट (6,000 सेल्सियस) की सतह के तापमान के साथ हिरोशिमा में गिराए गए बम का आग का गोला 1,200 फीट व्यास का था ।
जापान पर परमाणु बम का क्या प्रभाव पड़ा?
6 अगस्त, 1945 अमेरिका ने जापान पर बम गिराया। बमबारी में हिरोशिमा में लगभग 140,000 लोग मारे गए , और नागासाकी में लगभग 74,000 लोग मारे गए थे। बहुत से लोग घायल हो गए, कई बचे लोगों को विकिरण (Radiation) से ल्यूकेमिया, कैंसर, त्वचा रोग या अन्य भयानक दुष्प्रभावों का सामना करना पढ़ा।
हिरोशिमा में 70% इमारतें नष्ट हो गई । उस वर्ष में कई लोग बेघर हो गए और 1945 के अंत तक अनुमानित 140,000 लोगों की मौत हो गई, साथ ही साथ बचे लोगों में कैंसर और पुरानी बीमारी की दरों में वृद्धि हुई। उस वर्ष जापान की अर्थव्यवस्था संकट में थी।
हिरोशिमा डे Hiroshima Day 2021
सन 1945 में अमेरिका ने अपने B-29 बॉम्बर से जापान के शहर हिरोशिमा में परमाणु हमला किया था| इस हमले से 90 प्रतिशत शहर तबाह हो गया और करीब 80 हज़ार लोगों की तुरंत मौत हो गयी जबकि 35 हज़ार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे| इस हमले का असर आने वाले समय पर भी देखा गया और वहां के लोगों को गंभीर बीमारियां देखने को मिली, जिससे हज़ारों में मौतें हुई|
जो परमाणु बम हिरोशिमा में गिराया गया उसका नाम “Little Boy’ रखा गया था| यह एक यूरेनियम बोम्ब था| लिटिल बॉय 6 अगस्त को सुबह 8:15 पर फेका गया और जमीन से करीब 2000 फ़ीट की ऊंचाई पर यह फूटा, जिससे 15 हज़ार TNT विस्फोटक के जितना धमाका हुआ और पांच स्क्वायर मील तक का शहर का विनाश हो गया| इसके बाद भी जापान ने समर्पण नहीं किया जिसके परिणाम में एक और हमला हुआ|
Nagasaki Day 2021
6 अगस्त के हमले के तीन दिन बाद 9 अगस्त को सुबह 11:02 बजे फिर जापान के दूसरे शहर ‘नागासाकी’ पर परमाणु हमला हुआ| इस बार एक बड़े “प्लूटोनियम बम” का इस्तेमाल किया गया जिससे कई किलोमीटर वर्ग का इलाका धरती पर समा गया| इसके फलस्वरूप जापान ने 15 अगस्त को बिना किसी शर्त के आत्मसमर्पण कर दिया और दूसरा विश्व युद्ध समाप्त हो गया| नागासाकी पर किये गए परमाणु बम का नाम “Fat Man” रखा गया|
उसके बाद आज तक कहीं और फिर कभी परमाणु हमला नहीं देखा गया लेकिन जापान में आम लोगों पर हुए उस हमले की दास्ताँ आज भी एक जख्म दे जाती है|
Nuclear हमला होने के बाद भी जापान इतना सफल देश क्यों है?
जापान एकमात्र देश है जिस पर परमाणु हथियारों से हमला किया गया , लेकिन इसकी अत्यधिक विकसित तकनीक, जापानी लोग निरस्त्रीकरण के प्रयास और देश की अर्थव्यवस्था जो इसे पटरी पर लाने के लिए सक्षम बनाता है।
अब जापान सबसे शक्ति शाली देशों में से एक है। जापानी तकनीक दुनिया में सूची में सबसे ऊपर है.जापान की अर्थव्यवस्था एक अत्यधिक विकसित मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था है। यह जीडीपी(GDP) द्वारा दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा और क्रय शक्ति समता(Purchasing Power Parity) द्वारा चौथा सबसे बड़ा है। और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी विकसित अर्थव्यवस्था है।
जापान के बारे में रोचक तथ्य
1. जापान में एक वर्ष में 1500 से अधिक भूकंप आते हैं। और कई प्राकृतिक आपदाएं एक साल में होती हैं। लेकिन उसके बाद भी जापान की अर्थव्यवस्था में कोई प्रभाव नहीं पढ़ता।
2. जापानी लोगों के लिए काम के दौरान झपकी लेना आम बात है यहां तक कि स्कूल में भी बच्चों के लिए एक छोटा झपकी समय रखा जाता है. क्योंकि उन्हें ऐसा करते समय अधिक ऊर्जा मिलती है।
3. टैटू जापान में अवैध है। टैटू जापान में कुछ ऐसा माना जाता है, जो न केवल बदसूरत है, और न केवल देखने के मामले में, बल्कि यह गिरोह और अपराध से भी जुड़ा हुआ है।
4. जापानीज स्कूल में बच्चे अपने क्लास को खुद साफ करते है वे स्कूल के बाथरूम और बगीचे को भी साफ करते हैं।
5. जापान में जब बाथरूम या शौचालय जाते हैं, तो विशेष चप्पल पहनने वाले हैं।
6. जापान में दुनिया की सबसे कम अपराध दर है क्योंकि जापानी लोग बहुत रचनात्मक हैं।
7. दुनिया में सबसे प्रसिद्ध कंपनियों में से कुछ जापानी हैं जैसे टोयोटा, होंडा, सोनी, निन्टेंडो, कैनन, पैनासोनिक, तोशिबा, और शार्प।
8. जापान एक औद्योगिक राष्ट्र है, जो कुछ तकनीकी रूप से उन्नत मोटर वाहनों, इलेक्ट्रॉनिक्स और मशीन टूल्स का उत्पादन करता है।
9. जापान में अधिक आयु वाले लोग बच्चों से ज्यादा हैं। 25% आबादी 65 वर्ष की आयु से अधिक है।
10. इस देश में डॉल्फ़िन खाना सामान्य है। इसे मछली या मांस के रूप में मानक माना जाता है.
Hiroshima Day Shayari in Hindi
परमाणु जब फटता है,
तब हिरोशिमा का इतिहास बनता है,
जिसे देखकर रूह काँप जाती है,
मानवता को मानव पर शर्म आती है.
हर धर्म हमको सत्य-अहिंसा
के मार्ग पर चलाना सिखलाता है,
यह क्रूर विज्ञान मानव का ले सहारा
परमाणु बम जैसे खतरनाक हथियार बनाता है.
युद्ध जब होता है,
हर देश अपना आपा खोता है,
अब युद्धों में परमाणु का इस्तेमाल न हो,
कोई हिरोशिमा फिर से श्मशान न हो.
तबाही लाती हुई लहरों का कोई समन्दर ना देखे,
आने वाली पीढ़ी कोई हिरोशिमा जैसा मंजर ना देखे.
Hiroshima Day in Hindi :हिरोशिमा कविता
सोचां थां हिरोशिमा दिवस पै
शांति के फरीश्ते आएगे
न-मालुम सरहद पर मासूम मारे जाएगे
एक ही मा के दो हिससे
फिर क्यु हिसा के क़िस्से
बेवजह दोहराये जाएगे
दर्द के बादल आएग़े
अ-शांती बरसाएगे
-रजनी विजय सिंगला
हिरोशिमा कविता
ऊस दिनं दुनीया मे मोसम आदम-खोर हुआ
जीस दिनं हिरोशिमा मे परमाणु विस्फोट हुआ:
सुरज सबसे पहले किरने जिस धरति को देता-है
बुद्ध की उस नगरीं मे भीषण नरसंहार हुआ ।।”
6 अगस्त को अमरीका अपनीं ओकात दिका बैठा.
बै-कसुरो पै हमला कर अपनीं ज़ात दीखा बैठा
7 ग्राम यूरे-नियम काये परीणाम हुआ देखों
पल-भर मे ही लांखो लोगो का नरसहार हुआ ।।”
अमरीका ने न सोचा-समजा इस परिणाम को
अधिकारों के इस अधेपन ने मानवता को झक-झोर दिया
हिरोशिमा अनगिनत बलिदानों की धरा है
ये दुसरे विश्व युद्ध के परिणामों की अभिवयक्ति है