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LIBRARY DEPARTMENT
पुस्‍तकालय विभाग

"Nothing is pleasanter than exploring a library."

“एक अच्छी किताब का कोई अंत नहीं होता।”     “किताब ही व्यक्ति के जीवन का आधार हैं।”

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Saturday, August 29, 2020

हिंदी पखवाड़ा 2020 (१ सितंबर से १५ सितंबर) का उत्सव


सितम्बर में हिंदी दिवस (14 सितम्बर / सप्ताह / पखवाड़ा / महीना का उत्सव


केंद्रीय विद्यालय तिरुवन्नमलाई
हिंदी पखवाड़ा 1 सितम्बर से 15 सितम्बर
विभिन्न प्रतियोगिताएं समय सारणी

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14 सितंबर, 1949 के दिन हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला था. तब से हर साल यह दिन हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है?? इसके पीछे एक वजह है. दरअसल साल 1947 में जब अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ तो देश के सामने भाषा को लेकर सबसे बड़ा सवाल था.

क्योंकि भारत में सैकड़ों भाषाएं और बोलियां बोली जाती है. 6 दिसंबर 1946 में आजाद भारत का संविधान तैयार करने के लिए संविधान का गठन हुआ. संविधान सभा ने अपना 26 नवंबर 1949 को संविधान के अंतिम प्रारूप को मंजूरी दे दी. आजाद भारत का अपना संविधान 26 जनवरी 1950 से पूरे देश में लागू हुआ.

लेकिन भारत की कौन सी राष्ट्रभाषा चुनी जाएगी ये मुद्दा काफी अहम था.काफी सोच विचार के बाद हिंदी और अंग्रेजी को नए राष्ट्र की भाषा चुना गया.संविधान सभा ने देवनागरी लिपी में लिखी हिंदी को अंग्रजों के साथ राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था. 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से निर्णय लिया कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी.

देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने कहा कि इस दिन के महत्व देखते हुए हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाए.बतादें पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था.

अग्रेजी भाषा को लेकर हुआ विरोध

14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से निर्णय लिया कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी. अंग्रेजी भाषा को हटाए जाने की खबर पर देश के कुछ हिस्सों में विरोध प्रर्दशन शुरू हो गया था. तमिलनाडू में जनवरी 1965 में भाषा विवाद को लेकर दंगे हुए थे.

जनमानस की भाषा हैं हिंदी

साल 1918 में महात्मा गांधी ने हिन्दी साहित्य सम्मेलन में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था. इसे गांधी जी ने जनमानस की भाषा भी कहा था


हिन्दी हम सबकी भाषा है। जन-जन की भाषा है। हिन्दी के लिए बड़े-बड़े विद्वानों ने समय-समय पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। आइए जानते हैं क्या कहते हैं हिन्दी के लिए महापुरुष..... ,

हिन्दी संस्कृत की बेटियों में सबसे अच्छी और शिरोमणि है। - ग्रियर्सन

संस्कृत माँ, हिन्दी गृहिणी और अंग्रेजी नौकरानी है। - डॉ. फादर कामिल बुल्के

राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूँगा है। - महात्मा गाँधी

हृदय की कोई भाषा नहीं है, हृदय-हृदय से बातचीत करता है। - महात्मा गाँधी

हिंदुस्तान के लिए देवनागरी लिपि का ही व्यवहार होना चाहिए, रोमन लिपि का व्यवहार यहाँ हो ही नहीं सकता। - महात्मा गाँधी

हिन्दी भाषा के लिए मेरा प्रेम सब हिन्दी प्रेमी जानते हैं। - महात्मा गाँधी

हिन्दी भाषा का प्रश्न स्वराज्य का प्रश्न है। - महात्मा गाँधी

राष्ट्रीय व्यवहार में हिन्दी को काम में लाना देश की शीघ्र उन्नति के लिए आवश्यक है। - महात्मा गाँधी

अखिल भारत के परस्पर व्यवहार के लिए ऐसी भाषा की आवश्यकता है जिसे जनता का अधिकतम भाग पहले से ही जानता-समझता है। - महात्मा गाँधी

यह महात्मा गाँधी का प्रताप है, जिनकी मातृभाषा गुजराती है पर हिन्दी को राष्ट्रभाषा जानकर जो उसे अपने प्रेम से सींच रहे हैं। - लक्ष्मण नारायण गर्दे

हिन्दी भाषा और हिन्दी साहित्य को सर्वांगसुंदर बनाना हमारा कर्त्तव्य है। - डॉ. राजेंद्रप्रसाद

निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। - भारतेंदु हरिश्चंद्र

भाषा के उत्थान में एक भाषा का होना आवश्यक है। इसलिए हिन्दी सबकी साझा भाषा है। - पं. कृ. रंगनाथ पिल्लयार

मैं मानती हूँ कि हिन्दी प्रचार से राष्ट्र का ऐक्य जितना बढ़ सकता है वैसा बहुत कम चीजों से बढ़ सकेगा। - लीलावती मुंशी

हिन्दी उर्दू के नाम को दूर कीजिए एक भाषा बनाइए। सबको इसके लिए तैयार कीजिए। - देवी प्रसाद गुप्त

राष्ट्रभाषा के बिना आजादी बेकार है। - अवनींद्रकुमार विद्यालंकार

हिन्दी का काम देश का काम है, समूचे राष्ट्रनिर्माण का प्रश्न है। - बाबूराम सक्सेना

समस्त भारतीय भाषाओं के लिए यदि कोई एक लिपि आवश्यक हो तो वह देवनागरी ही हो सकती है। - (जस्टिस) कृष्णस्वामी अय्यर

हिन्दी का पौधा दक्षिणवालों ने त्याग से सींचा है। - शंकरराव कप्पीकेरी

राष्ट्रभाषा हिन्दी का किसी क्षेत्रीय भाषा से कोई संघर्ष नहीं है। - अनंत गोपाल शेवड़े

दक्षिण की हिन्दी विरोधी नीति वास्तव में दक्षिण की नहीं, बल्कि कुछ अंग्रेजी भक्तों की नीति है। - के.सी. सारंगमठ

हिन्दी ही भारत की राष्ट्रभाषा हो सकती है। - वी. कृष्णस्वामी अय्यर

राष्ट्रीय एकता की कड़ी हिन्दी ही जोड़ सकती है। - बालकृष्ण शर्मा 'नवीन'

विदेशी भाषा का किसी स्वतंत्र राष्ट्र के राजकाज और शिक्षा की भाषा होना सांस्कृतिक दासता है। - वाल्टर चेनिंग

हिन्दी को तुरंत शिक्षा का माध्यम बनाइए। - बेरिस कल्यएव

हिन्दी साहित्य की नकल पर कोई साहित्य तैयार नहीं होता। - सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'

हिन्दी हमारे देश और भाषा की प्रभावशाली विरासत है। - माखनलाल चतुर्वेदी

यदि लिपि का बखेड़ा हट जाए तो हिन्दी उर्दू में कोई विवाद ही न रहे। - बृजनंदन सहाय

हिन्दुस्तान को छोड़कर दूसरे मध्य देशों में ऐसा कोई अन्य देश नहीं है, जहां कोई राष्ट्रभाषा नहीं हो। - सैयद अमीर अली मीर

सरलता, बोधगम्यता और शैली की दृष्टि से विश्व की भाषाओं में हिन्दी महानतम स्थान रखती है। - अमरनाथ झा

हिन्दी सरल भाषा है। इसे अनायास सीखकर लोग अपना काम निकाल लेते हैं। - जगन्नाथ प्रसाद चतुर्वेदी

किसी भाषा की उन्नति का पता उसमें प्रकाशित हुई पुस्तकों की संख्या तथा उनके विषय के महत्व से जाना जा सकता है। - गंगाप्रसाद अग्निहोत्री

जीवन के छोटे से छोटे क्षेत्र में हिन्दी अपना दायित्व निभाने में समर्थ है। - पुरुषोत्तमदास टंडन

बिहार में ऐसा एक भी गाँव नहीं है जहाँ केवल रामायण पढ़ने के लिए किसी ने हिन्दी न सीखी हो। - सकलनारायण पांडेय

संसार में देश के नाम से भाषा को नाम दिया जाता है और वही भाषा वहाँ की राष्ट्रभाषा कहलाती है। - ताराचंद्र दुबे

देवनागरी और बंगला लिपियों को साथ मिलाकर देखना है। - मन्नन द्विवेदी

है भव्य भारत ही हमारी मातृभूमि हरी भरी। हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा और लिपि है नागरी। - मैथिलीशरण गुप्त

संस्कृत की विरासत हिन्दी को तो जन्म से ही मिली है। - राहुल सांकृत्यायन

कैसे निज सोऐ भाग को कोई सकता है जगा, जो निज भाषा-अनुराग का अंकुर नहिं उर में उगा। - हरिऔध

हिन्दी में हम लिखें पढ़ें, हिन्दी ही बोलें। - पं. जगन्नाथप्रसाद चतुर्वेदी

यह जो है कुरबान खुदा का, हिन्दी करे बयान सदा का। - अज्ञात

क्या संसार में कहीं का भी आप एक दृष्टांत उद्धृत कर सकते हैं जहाँ बालकों की शिक्षा विदेशी भाषाओं द्वारा होती हो। - डॉ. श्यामसुंदर दास

बँगला वर्णमाला की जाँच से मालूम होता है कि देवनागरी लिपि से निकली है और इसी का सीधा सादा रूप है। - रमेशचंद्र दत्त

देश में मातृ भाषा के बदलने का परिणाम यह होता है कि नागरिक का आत्मगौरव नष्ट हो जाता है, जिससे देश का जातित्व गुण मिट जाता है। - सैयद अमीर अली मीर

दूसरों की बोली की नकल करना भाषा के बदलने का एक कारण है। - गिरींद्रमोहन मित्र

नागरी वर्णमाला के समान सर्वांगपूर्ण और वैज्ञानिक कोई दूसरी वर्णमाला नहीं है। - बाबू राव विष्णु पराड़कर

अन्य देश की भाषा ने हमारे देश के आचार व्यवहार पर कैसा बुरा प्रभाव डाला है। - अनादिधन वंद्योपाध्याय

व्याकरण चाहे जितना विशाल बने परंतु भाषा का पूरा-पूरा समाधान उसमें नहीं हो सकता। - अनंतराम त्रिपाठी


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NATIONAL SPORTS DAY 2020


NATIONAL SPORTS DAY 2020
राष्ट्रीय खेल दिवस 2020


Dear students of Class V-XII



As you are aware that we are celebrating National Sports Day on 29.08.2020. On this occasion an ONLINE SPORTS DAY QUIZ is being organised in our Vidyalaya. You are invited to play this Quiz.




All the participants will get E-certificate .



Participants who get 80% + score will get a MERIT CERTIFICATE.


CLICK HERE TO PLAY THE QUIZ


Monday, August 24, 2020

TERI-Green Olympiad -2020




Transitioning Environment Learning

GREEN Olympiad, from Awareness to Action!


Date(s) of Examination              :      26 November 2020 OR 17 December 2020
Duration                                      :      1 Hour (between 1000 Hrs. to 1800 Hrs.)
Last date for Registration          :      30 September 2020
Language                                     :       English


Schools/students can register for GREEN Olympiad 2020 through the link

For Schools:      Register here

For Individual Students:    Register here


Letter from KV & Information Brochure

For more details visit:https://www.teriin.org/olympiad


Saturday, August 22, 2020

E-pathsala training of football for students




Sports authority of India- LNCPE Trivandrum is the conducting E-pathshala in football (grass roots and intermediate). it is a joint program of sports authority of India(SAI) and All India Football Federation (AIFF) for school going children of above 8 to below 18 years during this pandemic situation of COVID-19.The E-pathshala Football program involves engagement of players at grassroots and Intermediate level to compete and participate in various online football activities and also upload their football skills activities in the web portal. The winner of the program will be rewarded with exciting prizes. Students to register and participate in various activities in E-pathshala program.





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***During password assignment follow this format ( Ex. Sanjeev@2008). use this combinations {First capital letter and then small letter, special character, number}
** Remember your password or save it for future use.



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Contest details under My Footbal Culture Click on image





Contest details under My Skills Click on image





Contest details under My Training Click on image



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Thursday, August 13, 2020

CELEBRATION OF INDEPENDENCE DAY AND MONTH 15.08.2020

स्वतंत्रता दिवस और महीना उत्सव
Independence Day & Month Celebration



74th Independence Day Virtual Celebrations at K V Thiruvannamalai







CELEBRATION OF INDEPENDENCE DAY AND MONTH


Library, KV Thiruvannamalai wishes Happy 74 th Independence day to all the Dear Students, Parents and Teachers. This Independence Month Library, KV Thiruvannamalai brings you many exiting Activities and competitions to fulfill this month with joy, while learning. So, Lets begin and make it a memorable day.


Sunday, August 2, 2020

WEBINAR ON BASKET BALL/ बास्केटबॉल


Kendriya vidyalya Thiruvannamalai Physical & Health Education Department" is going to conduct a webinar on Basketball . The topic of webinar is "Importance of fitness and career guidance in basket ball/बास्केट बॉल में फिटनेस और करियर मार्गदर्शन का महत्व". The Timing of webinar will be Monday , 03 July 2020 from 2:30 PM to 3:15 PM. The speaker for this Webinar will be K. Keerthivasan / के. कीर्तिवासन (student and basketball player of KV Thiruvannamlai).



When: 03 July 2020 from 2:30 PM (The Meeting Link will be sent to WhatsApp Groups 15 minutes before the start.)

Where: Google Meet

Organised by: शारीरिक और स्वास्थ्य शिक्षा विभाग / Physical & Health Education Department KVTVM"

Registration :


It is expected from Students, Teachers and Parents to join and make succesfull to this webinar.
we wish you all Happy Learning. Stay Home & Stay Safe.

Glimpse of Today Webinar: